Thursday, November 20, 2014

मोदी जी
कुत्ता आदमी को
और आदमी कुत्ते को
चाट रहा है
मेरे देश का गरीब
बीमार
एम्स में
६ महीने से
अपना नंबर ताक़
रहा है
आप समझे नही
नड्डा
संजीव  चतुर्वेदी को क्यों
हटा रहा है
क्योकि
करोंड़ो रुपए वी आई पी
के कुत्तो पर खर्च हो रहा है
मेरे देश का बीमार
६ महीने से नंबर
ताक़ रहा है
चतुर्वेदी ये
जनता को बता रहा है
उसने
भ्र्ष्टाचार को चुनौती दी
तुम्हरे नड्डा ने उसको
जोर से पटकनी दी
और कहा मूर्ख
मोदी जी की ईमानदारी
हमारी आड़ है
और तुम्हरी ईमानदारी
हमारी बाड़ है
तुम हमारे नारे और भाषण
को समझ नही पाये
अरे हम कुत्ते और आदमी के
अंतर को समझ गए
तुम समझ नही पाये
हा हा हा हा हा
इक़बाल सिंह

Monday, October 6, 2014

मोदी जी
मुझे  उम्मीद है
आज पाकिस्तान
के हमले
के बाद
कुछ बोलोगे
४ नागरिक मारे गए
२५ घायल हुए
आप टीवी
देखते हो की नही
या मन की बात
कहने
रेडिओ के
पास खड़े हो
पाकिस्तानी सैनिको
को भी रेडिओ भेज दो
और
क़ह डालो
मन की बात
भाइयो और  बहनो
हमारा देश
शांति प्रिया देश है
चिनिओं को भी
क़ह डालो
मन की बात
हालांकि चीनी
बहुत एडवांस है
वो पढ़ चुके
आपके मन की बात
वो जान गए
तुम
पटेल नही
नेहरू हो
१९६२ में पटक चुके
अब फिर पटकेंगे
वो जान गए
तुम्हरे मन की बात
तुम मोदी नही
मनमोहन हो
सैनिको    के कटे सर
भूल गए
दे दिया नवाज शरीफ को
न्योता
हिंदी चीनी भाई भाई
चीनी ठग
रेड कारपेट
बिछा रहे हो
उनके लिए
भूल गए ६२
का युद्ध
तिब्बती शरणागत
की रक्छा न कर सके
६२ में गई भूमि पर
चर्चा न कर सके
मोदी जी
मुझे  उम्मीद है
आज पाकिस्तान
के हमले
के बाद
कुछ बोलोगे
इक़बाल सिंह




Tuesday, August 26, 2014




akistan Border Firing Kills Two Civilians, Including a Child, in Jammu

By Mugdha Variyar

August 23, 2014 09:43 ISTआज आज तक चैनल
गरमाया हुआ था
पाकिस्तान के लगातार
सीमा पर गोलाबारी
भारतीय नागरिको
का हताहत होना
बंकरो में शरण लेना
भारतीय सैनिको
का जवाब
हौसला
मुस्तैदी
टीवी स्क्रीन पर
दृश्यमान था
राजनाथ सिंह ने
मोदी जी से बात की
उन्हें स्थिति से
अवगत कराया
फिर देश को
पत्रकार वार्ता
से सन्देश दिया
हम हमला नही करेंगे
ईंट का जवाब पत्थर
से देंगे
आदरणीय राजनाथ सिंग जी
और वो पत्थर मारेंगे
तो क्या करोगे
फिर मोदी जी के पास जाना
फिर प्रेस कॉन्फ्रेंस करना
दुनिया में शांति का
सन्देश देना
मोदी जी को
नोबल पुरस्कार
दिलवाना
शहीदो के सर कटे
तुम भूल गए
क्योकि वो तो
यु पी ए सरकार
के समय कटे थे
हमला नही करेंगे
क्यों
वो तो हमला कर रहे है
ईंट का जवाब
पत्थर से नही
हमले से दो
जवानो के कटे
सर का जवाब लो
फाड़ दो छाती दुश्शासन की
खून की धारा अब बहने दो
काली का खप्पर भरने दो
वीरो को अब तुम मिटने दो
शांति के बुझे दियो से
प्रकाश की आस छोड़ दो
नित मरने से
अब मरने दो
समय आ गया करो फैसला
युद्ध का शंख नाद करो
युद्ध का शंखनाद करो
युद्ध का शंखनाद करो
इक़बाल सिंह


Sunday, August 24, 2014

Government forces AIIMS whistleblower officer out
Saikat Datta, Hindustan Times New Delhi, August 21, 2014
Senior bureaucrat Sanjiv Chaturvedi, who blew the whistle on scams in Congress-ruled Haryana and at the All India Institute of Medical Sciences (AIIMS), has been unceremoniously removed as chief vigilance officer of the premier hospital by the NDA government.
हा हा हा हा
वाह मोदी जी
क्या भाषण है गुरु
भीड़ एैसे लिपटती है
जैसे गुड से मक्खी
झकास यार
मजा आ गया
कैसे पटका
मनमोहन और केजरी को
पर गुरु पूरी नही
तो कुछ तो करो
देखो महंगाई
ओह
इस पर तुम्हरी कोई गलती
नही
सीमा पर तो ठुस ठुस
लगी रहती है
भ्र्ष्टाचार उँह
सर्वव्यापी अनंत काल
से चलने वाला
पर थोड़ा तो बचो यार
चतुर्वेदी को ऐम्स से
हटाना ठीक नही था
ये नड्डा तुम्हारा सांसद
ठीक आदमी नही है
अशोक खेमका
को हटाने लिख रहा है
जिसने
वाड्रा प्रियंका को हरियाणा में
घसीटा
और ईमानदारी का
डंका
देश में पीटा
अब नड्डा
के कहने पर
चतुर्वेदी को
हर्षवर्धन
ने हटा दिया
हालांकि तुम 
हो होशियार
शौचालय में
देश को निपटा दिया
मुझे लगता है
तुम बहुत अच्छे
आदमी हो
बहुत अच्छी बाते
करते हो
गुरु सत्ता मोह में
मत फसना
तुम्हरे अपने
जो कर रहे है
भारत माता की
नौका में छेद
कृपया
उनको मत बक्शना
धन्यवाद
इक़बाल सिंह

Tuesday, August 19, 2014


Rerun of last year’s standoff? Chinese troops ‘intrude’ 25 km into Ladakh





Sunday, July 27, 2014


Saharanpur riot: 20 arrested, BJP accuses UP govt of promoting communal tension


क्यों लड़ते हो यार
मस्जिद और गुरूद्वारे
के लिए
तीन मरे या तेरा
तुम मरे या वो
क्यों लड़ते हो यार
मस्जिद और गुरद्वारे
के लिए
गुरुद्वारा और बड़ा हो जाए तो
क्या हो गा
मस्जिद वही पर बन जाये
तो क्या हो गा
जहां  सिख हिन्दू नही
लड़ने की बहुत तदबीरें
है मौजूद
जहाँ मुस्लिम या और नही
वहां पगड़िया  खुद ही
गिरा रहे है
रुक जाओ
ठहर जाओ
जीतने के लिए
मत लड़ो
कोई न जीता
आज तक
जो लड़ा
वो hara  hai 
रुक जाओ
ठहर जाओ
जीतने के लिए
मत  लड़ो
जो चले गए
जो उजड़ गए
उनके लिए लड़ो
रुक जाओ
ठहर जाओ
जीतने के लिए
मत लड़ो
इक़बाल सिंह 

Tuesday, July 8, 2014

मोदी जी प्रणाम
सुबह से रेल बजट
देखते समय निकल गया
गजब का विजिन है
आप तो छा गये
न सिर्फ देश में
अपितु विदेश में भी
चीन जापान कोरिया
अब कहां
हमारी बुलेट ट्रैन और
हमारे मोदी जी
पर
अभी रात के १० बजे
एन डी टी वी
की रिपोर्ट ने मन
 खट्टा कर दिया
पंजाब मेल के
जनरल बोगी में
टॉयलेट में
१० लोग बैठे थे
उसमे तीन चार महिलाये
बच्चे
और एक बच्चा
तो माँ के आँचल
में घुसा दूध
पी रहा था
एक तरफ
बुलेट ट्रैन
वाई फ़ाई 
मोबाइल से रिजर्वेशन
 ब्रांडेड खाना
विदेशो से बेहतर
स्टेशन सुविधाये
एक तरफ टॉयलेट में
सफर करती माँ बच्चा
चाय बेचते बेचते
आप तो प्रधान मंत्री
बन गए
पर चाय बेचने वालो
की ट्रैन की हालत
नए बजट में
अभी वैसी ही है
चश्मे के लैंस में
सब बड़ा बड़ा
दीखता है
चश्मा उतारिए
चाय वाले की
गन्दी हाफ पेंट केतली

दरवाजों में छतो में टॉयलेट में
सफर करते लोगो की
ट्रैन की जनरल बोगी
नए बजट में
अभी वैसी ही है
मोदी जी प्रणाम
इक़बाल सिंह



Saturday, May 31, 2014

स्टेट टॉपर्स में शामिल लेकिन घर चलाने के लिए कर रही मजदूरी
Bhaskar news | May 31, 2014, 17:23PM IS
आज तुम प्रधान मंत्री हो
कल वो प्रधान मंत्री थे
कल तुम कुछ थे
कल वो भी कुछ थे
१९४७ से २०१४
कुछ  न कर सके वो
कुछ  न  कर सके तुम
शब्दों से छलते रहे वो
शब्दों  से छलते रहे तुम
मंत्री  जी ने अख़बार में या
टीवी में सुनी
दास्ताँ शहीद  की विधवा  की
कफ़न का पैसा
देने पहुँच लिए
कुछ न कर सके वो
कुछ न कर सके तुम
झुनझुने कंकरों के
पकड़ा दिए
विकास के
झुटे वादे
दोहरा दिए
चन्द्रमा में चलेगए
मंगल में जायेगे
पाकिस्तान डर गया
चीन भयभीत है
गंगा के लिए करोडो
का आबंटन निश्चित है
कुछ  न कर सके वो
कुछ  न  कर सके तुम
माँ की गोद में
बच्चा कुपोषित है
बुढ़ापा अनिश्चित है
देश का भविष्य
कचड़े मेंबीनता रोटी (रोजगार )
करता मजूदरी है
बेरोजगारी में दबी
झुकी करहाती जवानी
कहती भारत माँ
की कहानी
कुछ न कर सके वो
कुछ न कर सके तुम
कुछ न कर सके वो
कुछ न कर सके तुम
इक़बाल सिंह

Saturday, May 24, 2014

तर्क कुतर्क
सत्य को असत्य
असत्य को सत्य
में प्रचारित
कर   सकता है
धनबल
जनबल
बाहुबल
सत्य को असत्य
असत्य को सत्य
में
बदल सकता है
तूफान
बुझा सकता है
दिए को
बादल
चाँद को
 लुका सकता है
थोड़े नही
और
और नही
बहुत
बहुत नही
सारे
उठा ले
झूठ
का झंडा
सत्ता
सत्य के
दफन
का एलान
कर देवे
तो भी
असत्य कभी
सत्य
नही हो
सकता   है
असत्य कभी
सत्य
नही हो
सकता   है
सत्यमेव जयते
इक़बाल सिंह

Saturday, May 17, 2014

नेता हटाओ देश बचाओ
आइये थोड़ा इस पर भी विचार करे

देश  को चलाने  के लिए
चुने हुए प्रतिनिधि
 क्यों
सांसद विधायक पार्षद पंच
क्यों
प्रधानमंत्री मुख्यमंत्री
मेयर सरपंच     
क्यों
सर्वोच्च चयनित योग्यता
का निर्देशक
कोई
अपराधी भ्रस्ट और  बेईमान
क्यों
चालक मक्कार लोगो
का शब्द जाल
लोकतंत्र प्रजातंत्र,
में उलझा
भारत का मानस तंत्र
बन गया
अमोद्य अस्त्र,
घायल हुआ
देश का सर्वोच्च योग्यता
का पक्छ (पंख )
इक़बाल सिंह

 

Tuesday, May 13, 2014

साहिब श्री गुरु गोबिंद सिंह
के चरणो मे समर्पित
तुमने कहा है
सच
तुम खुदा नहीं हो
मुझे लगता है
तुम
झूठ बोलते हो
खुदा  ने मौज मे
चिडिया बना दी
बाज बना दिये
गौवे बना कर
सिंह बना दिये

गौंवों के घर
मे सिंहो ने
आफत खड़ी करी
चिड़ियो  के
आशियानों मे
बाज आ गये


तब किसने
चिड़ियों को
बाज से लड़ाया
तब किसने गौओ
को सिंह से भिड़ाया

त्तब किसने बेज़ुबाँ को
ज़बां दी थी
त्तब किसने हमारे
हाथ को
तलवार दी थी


तब किसने सवा  लाख
से
एक  लड़ा दिया
त्तब किसने
पिता   का
धड़ सिर
अलग करा दिया
दो को जंग मे
दो को चुना दिया
तुमने कहा है
सच
तुम खुदा नहीं हो
मुझे लगता है
तुम
झूठ बोलते हो
इक़बाल सिंह

Saturday, May 10, 2014

युगो से
तुम कुछ भी
कर  रहे हो
कर सकते हो
 जीतने के लिए
साम दाम दंड़ भेद
कुछ पवित्र ग्रंथो की
पँक्तियों का
उद्धहरण
इक्छानुसार  
प्रस्तुत कर
इतिहास के पन्नो
को
 हिसाब से व्याखित   
क़र
अपने आप को
जस्टीफ़ाइड
करने में
 सफल हो
क्यो कि
बहुत बड़ा समूह
जो तुम्हरी
प्रजा है
केवल
पूँछ मुक्त वानर
 मानव भ्रम
मे इधर उधर
कूदता दीखता है
इक़बाल सिंह 

Tuesday, May 6, 2014

सिहासन खाली करो
देखो जनता आती है
     रामधारी सिंह दिनकर
सिंहासन खाली करो कि जनता आती है।
सदियों की ठंढी-बुझी राख सुगबुगा उठी,
मिट्टी सोने का ताज पहन इठलाती है;
दो राह,समय के रथ का घर्घर-नाद सुनो,
सिंहासन खाली करो कि जनता आती है  दिनकर
जयप्रकाश नारायण
ने जब रामलीला मदन मे इन पंक्तियों से
हुंकार भरी
डोला सिहांसन इंदिरा का
आपत्काळा कि चाल चली
शाशन बदला
सत्ता बदली
चेहरे बदले
 काया बदली
फिर इंद्रा क शासन आया
अब तक है
जिसकी
काली छाया
क्यो
जनता?हां,मिट्टी की अबोध मूरतें वही,(१)
जाडे-पाले की कसक सदा सहनेवाली,
जब अंग-अंग में लगे सांप हो चुस रहे
तब भी न कभी मुंह खोल दर्द कहनेवाली। -(४)१से ४ दिनकर
देहली मे
शीला चित पडी
अौंधे मुंह भजपा मिलीं
क्यो
लेकिन होता भूडोल, बवंडर उठते हैं,(१)
जनता जब कोपाकुल हो भृकुटि चढाती है;
दो राह, समय के रथ का घर्घर-नाद सुनो,
सिंहासन खाली करो कि जनता आती है - (४)१से ४ दिनकर
जयप्रकाश के बाद केजरीवाल
प्रबल शक्तिसमरथ
शत्रु के घेरे से
पुनः
शंखनाद किया
 है
योद्धा ने
सिहासन खाली करो
देखो जनता आती है
हुंकारों से महलों की नींव उखड़ जाती,(१)
सांसों के बल से ताज हवा में उड़ता है,
जनता की रोके राह,समय में ताव कहां?
वह जिधर चाहती,काल उधर ही मुड़ता है। -(४)१से ४ दिनकर
काल चक्र मे
अंकित होगा
अब नया इतिहास
बनारस का उगता सूरज
साक्छी होगा
दिनकर कि हुंकार
में
छुपा
स्वप्न
सत्य होगा
फावड़े और हल राजदण्ड बनने को हैं,(१)
धूसरता सोने से श्रृंगार सजाती है;
दो राह,समय के रथ का घर्घर-नाद सुनो,
सिंहासन खाली करो कि जनता आती है।(४)१से ४ दिनकर
इक़बाल सिंह -


Thursday, May 1, 2014

उन दोस्तों के लिये  जो कभी कभी विपरीत टिप्पणियाँ से
 अग्रेसिव हो जाते है
अरविन्द के साथियो
के  समर्पण पर संदेह नही
धधक रही ज्वाला
सीने  में
संदेह नहीं
फड़क रही है
भुजाए
राष्ट्र के सम्मान को
संदेह नहीं
भिंची  है   मुठिया
इंकलाब लाने को
संदेह  नहीं
पर मित्र
दृढ़ता और उग्रता
धीरता और अधीरता
में अंतर
बनाये रखना 
तुम्हारी कामयाबी
में
किंचित भी
संदेह नही
इक़बाल सिंह 


Tuesday, April 29, 2014

६५साल का भारत
बच्चा बूढा या जवान 
इतहास के स्वर्णिम
पृष्टो पर
उभरा
वर्तमान
 अविकसित
कुरूप
घिनौना स्वरूप
कुपोषित शिशु
बेसहारा वैधव्य
२०० की पेंशन
ताकता बुढापा 
उलटी द्स्त मलेरिया से 
 जवान मौते
रोजगार तलाशता
निराश विवश
युवा
आत्महत्या करता
 किसान
६५ साल का भारत
बच्चा बूढा य जवान 
इक़बाल सिंह
वारणसी के युद्ध में केजरीवाल
प्रतिदिन होने वाले हमलो के संदर्भ में
कैसा चिटक रहा
गर्म लोहा
पानी के छीटों  से
कैसे तुफानो को
पेड़ो ने रोका है
गरजते नगाड़ो से
चिड़िआ उड़ गयी
मधुर बांसुरी ने गौओ
को रोका है
कोलाहल कोलाहल
बोल कुबोल
मेला है ठेला है
अर्थहीन जोश है
झूठने सच को
चहु और घेरा है
मुक्के से धुमुक्के से
कोहनी से लात से
अंतहीन प्रहार से
झूट ने सच को
चहुँ और घेरा है 
महादेव  की नगरी
गंगा का आँगन
असि घाट पर
शांत  बैठा
 एक मानव
देख रहा
लहरो से
टकराते घाट को
शिव   की शरण
मंदिर में
 दिआ 
बाहर अँधेरे के अट्ठास को
टिमटिमाते प्रकाश
का संघर्ष
सत्य पर शिव का
वरद हस्त
उठा निर्णय के साथ
चल पड़ा वाराणसी
की सड़को में
अनंत प्रहारों के
बीच
बेखौफ
सत्य मेव जयते
सत्य मेव जयते
इक़बाल सिंह


Thursday, April 24, 2014

किसी मित्र ने व्हाटसप में वीडियो भेजा
बनारस का परिदृश्य
आँखों सामने घूमने लगा
गुर्राता भय का प्रतीक
ललकारता भयहीन
 ठिठका सहमा सूर्य
कोलाहल
युद्धपूर्व
गगनभेदी नारे
अनुपस्थित सूर्य
अँधेरे का आलम
भय से सहमा
बनारस
सुबह का इंतजार
अँधेरे में महादेव
खो गए
चिंतक और बुद्धिजीवी
सो  गए
चाटुकारो की जमात में
मोदी
हर हर मोदी
या मोदी सर्वभूतेशु हो गए
भय से सहमा
बनारस
सुबह का इंतजार है
सत्य ने बांग दी कोलाहल
को चीर कर
भय हटने लगा
अँधेरा छटने  लगा
बनारस की धरती पर
देखो पौ फटने लगा
इक़बाल सिंह


Sunday, April 6, 2014

Kejriwal tweets his pain after being blasted by Sri Sri Ravi Shankar

IndiaToday.in  New Delhi, April 4, 2014 | UPDATED 11:03 IST 
 Spiritual Guru Sri Sri Ravi Shankar has blasted Aam Aadmi Party chief Arvind Kejriwal, saying it would be a disaster for the country if he is voted power in the Lok Sabha election. Hurt with the comments, Kejriwal also tweeted his anguish, saying one day he will convince the guru that what he is doing is for the good of the country.
Arvind Kejriwal         @ArvindKejriwal
....I pray to God that some day I will be able to convince u that i am working only for the country and have no selfish motives.....

Thursday, April 3, 2014


No water, scanty ration hit BSF jawans on border



Wednesday, April 2, 2014

हम  सब इस बार मोदी जी को वोट देंगे
क्योकि हमारी छत्तीसगढ़ कि भ ज पा कि
सरकार हमारा रखती है खूब ख्याल
हमने उसे तीसरी बार भी जीता दिया
इसलिए हम उल्लुओ  का ध्यान रखते हुए
दिन में दो तीन घंटे लाइट बंद क्र देती है
हमारे बच्चो का उल्लूपन खतम न हो
इस लिए प्राइमरी स्कूल में टीचर हटा दिए है
डॉक्टर कि भी यहाँ जरूरत नहीं है
हमारी मांग को स्वीकार कर
उल्लू और गधो का स्पेस्लिस्ट
मोदी जी के जीतने पर
भेजने का वादा किया है
इसलिए हम इस बार मोदी जी को
वोट देगे
आप भी देना
उल्लू और गधे सिर्फ छत्तीसगढ़ में नहीं
पुरे देश में रहते है
इक़बाल सिंह

Saturday, March 29, 2014

केजरीवाल देश से बेदखल होगा
मुख़्तार अब्बास नकवी को हटाओ
बी जे पी को बचाओ
नमक खाता  भ ज पा का
राजनाथ के विरुद्ध ट्वीट
अटकल लगाता
साबिर अली को भटकल का
भटकल को दाउद का
करीबी बताता है   
क्या राजनाथ जी को
ज्ञान नहीं है
क्या उन्हें भान नहीं है
कि साबिर अली भटकल का करीबी है
क्या मोदी नहीं जानते है
क्या सिर्फ तुम्ही जानते हो
ये राजनीती है दोस्त
देश के गद्दारो से भी राष्ट्र गान करा सकते है
वक्त आने पर राष्ट्र भगत बता सकते है
दाऊद भारत का राजदूत बनेगा
केजरीवाल देश से बेदखल होगा
नकवी जी  आप इतना न समझ सके
क्या खाक प्रवक्ता हो
जो अंदर कि बात जान न सके
भगवन आप को सदबुध्धि दे
इक़बाल सिंह 
 

Saturday, March 22, 2014

राजनीती में चाटुकर्ता
यदपि सामान्य  है
कथित प्रगतिशील
समाज की पहचान है
कही सचिन भगवान है
वसुन्दरा दुर्गा कि अवतार है
कही अमिताभ के मंदिर
हर कोई देश का भगवान है
बदलने लगी  है इतिहास कि अवस्था
चित्र भी अब पहचाने कैसे जायेंगे
संस्कृति कि पाठशालाओ
में
हमारी संताने
जब हर हर महादेव  कि जगह
हर हर मोदी गायेगे
इक़बाल सिंह

Monday, March 17, 2014

बेस्ट सेलिंग ऑथरचेतन भगत ने आप पार्टी को आइटम गर्ल ऑफ़ पोल्टिकस कहा
शब्द बेचना
बेस्ट सेलिंग  ऑथर होना
टीवी में आना
सेलिब्रिटीज कहलाना
जन आंदोलन को
आइटम गर्ल कहना
फैसन हो गया है
जन आंदोलन
अवयवस्था के विरुद्ध  संघर्ष
अन्धकार से लड़ने  का दीपक का प्रयास
हिलती दीपक कि लौ
आइटम गर्ल का नृत्य नहीं
 शिव तांडव है मेरे दोस्त
कही शिव का त्रिनेत्र
परलय का कारन न बन जाये
प्रार्थना करो प्रार्थना करो
इक़बाल सिंह 

Sunday, March 16, 2014


"Arvind is a kid at present," he reacted when asked about the AAP leader.

आप ने अरविंद केजरीवाल को बच्चा कह 
पूरा देश अरविन्द केजरीवाल के नेतृत्व में राष्ट्र का भविष्य देख रहा है

सत्य का यह दिया अभी जरूर टिमटिमा  रहा है
पर हिलती हुई लौ के प्रकाश में
मेरे गाव कि महिला को आशा है कि उसका खाना  बन जावेगा
उसको उम्मीद है उसका बच्चा पढ़ जावेगा
उसके खेतो में धान हो गा
उसका एक छोटा सा माकन होगा
पटवारी उससे पैसे नहीं मागेगा
उसके पास भी राशन कार्ड होगा
सताया के टिमटिमाते दिए
पर हिलती लौ के प्रकाश
में छिपी गरीब महिला कि आस
गुरूजी आप देख नहीं पाये
आप ने भी सूर्य को नमस्कार किया
आप ने भी सागर को प्रणाम किया
पर इतिहास साक्छी है
राम कि तानी भृकुटि और निकले तरकश से थे  बाण
वो माह विराट नतमस्तक हुआ
जिसको करे यह जग  प्रणाम
द्रोण से भीष्म तक कर्ण से दुर्योधन तक
सभी उत्कृष्ट कौरव थे
क्या युधिष्टर का सत्य पराजित हुआ था 
भारत ने शेर के दांत गिन दिए थे
अभिमनु ने तोडा था द्रोण का चक्रव्व
माना था समय ने इन्हे बच्चा ही
पर इनके हस्ताक्छरो को इतिहास नमन करता है



 
 VARANASI: Spiritual leader Sri Sri Ravi Shankar on Friday described Aam Aadmi Party (AAP) leader Arvind Kejriwal as a kid in the country's politics.

"Arvind is a kid at present," he reacted when asked about the AAP leader.
He said religious leaders and gurus should avoid supporting any politician as by doing so they would deprive the political rights of their followers

 परम पूजया श्री श्री  रविशंकर जी मई आपके इस वक्तवय का स्वागत करता हु जिसमे आप ने अध्यातिमक गुरु को सीधे सीधे पोल्टिकस में इन्वॉल्व नहीं होना चाहिए बड़ी विनम्रता पूर्वक निवेदन प्रस्तुत है

पूरा देश अरविन्द केजरीवाल के नेतृत्व में राष्ट्र का भविष्य देख रहा है

सत्य का यह दिया अभी जरूर टिमटिमा  रहा है

पर हिलती हुई लौ के प्रकाश में

मेरे गाव कि महिला को आशा है कि उसका खाना  बन जावेगा

उसको उम्मीद है उसका बच्चा पढ़ जावेगा

उसके खेतो में धान हो गा

उसका एक छोटा सा माकन होगा

पटवारी उससे पैसे नहीं मागेगा

उसके पास भी राशन कार्ड होगा

सत्य  के टिमटिमाते दिए

पर हिलती लौ के प्रकाश

में छिपी गरीब महिला कि आस

गुरूजी आप देख नहीं पाये

आप ने भी सूर्य को नमस्कार किया

आप ने भी सागर को प्रणाम किया

पर इतिहास साक्छी है

राम कि तानी भृकुटि और निकले तरकश से बाण

वो माह विराट नतमस्तक हुआ था

जिसको करे आप प्रणाम

भारत ने शेर के दांत गिन दिए थे

अभिमानु ने तोडा था द्रोण का चक्रव्व
माना था समय ने इन्हे बच्चा ही
पर इनके हस्ताक्छरो को इतिहास नमन करता है
.

Saturday, March 15, 2014

वो बोलता क्या है
मै नहीं जानता उसका नाम
मै नहीं जानता उसका धर्म
मै नहीं जानता उसका पता
मेरे कान बड़े ध्यान से
सुनना चाहते है
वो बोलता क्या है
देखने में कैसा है
वो कपडे कैसे पहनता है
वो शहर  का है कि गाव का
उसके साथ कौन कौन है
वो गाड़ी में चलता है कि पैदल
मेरे कान बड़े ध्यान से
सुनना चाहते है कि वो बोलता क्या
वो हिंदी बोलता है कि अंग्रेजी
वो तमिल बोलता है कि पंजाबी
मेरे कान बड़े ध्यान से
सुनना चाहते है कि वो बोलता क्या है
वो फ़क़ीर है कि सिकंदर
उसकी शक्ति उसकी दौलत
इन सब से मुझे क्या
मेरे कान बड़े ध्यान से
सुनना चाहते है
भर्ष्टाचार मुक्त भारत कि बाते
 शोषण मुक्त भारत कि  बाते
गरीब कि बाते
इंसानियत कि बाते
अहिंसा कि बाते
प्यार कि बाते
आम आदमी कि बाते
मेरे कान सुनना चाह्ते है
वो बोलता क्या है
       इक़बाल सिंह
अब बंदूके छोड़ के भाई तुम घर वापिस आ जाओ
किस के खातिर लड़ते हो जरा मुझे भी तो समझाओ
जिस देश कि तुम बाते करते वो तो गिरवी रखा है
जो करता आदर्श बाते वो तो बिकता फिरता है
इनके भाषण इनकी बाते इनकी सवेंदनाये झूठी
नकली तमगा बांटे फिरते नकली बाते करते है
सच्चे योद्धा मेरे देश के गोली खा के मरते है
इक़बाल सिंह
शहीदो कि चिताओ में लगेगे हरबर्स मेले वतन पे मरने वालो का यही अतिम निशान होगा
वो देखो मेले लगे हुए है वाह मौजा ही मौजा गद्दार नेताओ कि फौजा ही फौजा
नकली तगमा लिए हाथ में विधवा (विडो ऑफ़ शहीद) बोले जय भारत सूखी आँखों से अपलक निहारे माँ बोले है जय भारत फटे चिथड़ो में सिमटे नन्हे नन्हे बच्चे देखे माँ और दादी को फिर बोले जय भारत जय भारत जय भारत सब कोई बोलो जय भारत
हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा
हंसो हंसो और बोलो जय भारत जय भारत जय भारत
रोवो रोवो रो रो के बोलो जय भारत जय भारत जय भारत मिल कर बोलो जय भारत
देखो मेले भरे हुए है गद्दारो कि फौजो से
मिल कर बोलो जय भारत जय भारत जय भारत
इक़बाल सिंह

Friday, March 14, 2014

shahido ko diye tagme nakli nikle


शहीदो कि चिताओ में लगेगे हरबर्स मेले वतन पे मरने वालो का यही अतिम निशान होगा
वो देखो मेले लगे हुए है वाह मौजा ही मौजा गद्दार नेताओ कि फौजा ही फौजा
नकली तगमा लिए हाथ में विधवा (विडो ऑफ़ शहीद) बोले जय भारत सूखी आँखों से अपलक निहारे माँ बोले है जय भारत फटे चिथड़ो में सिमटे नन्हे नन्हे बच्चे देखे माँ और दादी को फिर बोले जय भारत जय भारत जय भारत सब कोई बोलो जय भारत
हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा
हंसो हंसो और बोलो जय भारत जय भारत जय भारत
रोवो रोवो रो रो के बोलो जय भारत जय भारत जय भारत मिल कर बोलो जय भारत
देखो मेले भरे हुए है गद्दारो कि फौजो से
मिल कर बोलो जय भारत जय भारत जय भारत
इक़बाल सिंह

Sunday, March 2, 2014

तू न थकेगा कभी, तू न थमेगा कभी, तू न मुड़ेगा कभी |
कर शपथ, कर शपथ, कर शपथ ||
अग्निपथ, अग्निपथ, अग्निपथ |||-श्री हरिवंश राय बच्चन

बाढ़ की संभावनाएँ सामने हैं,
और नदियों के किनारे घर बने हैं ।

चीड़-वन में आँधियों की बात मत कर,
इन दरख्तों के बहुत नाजुक तने हैं ।

इस तरह टूटे हुए चेहरे नहीं हैं,
जिस तरह टूटे हुए ये आइने हैं ।

आपके कालीन देखेंगे किसी दिन,
इस समय तो पाँव कीचड़ में सने हैं ।

जिस तरह चाहो बजाओ इस सभा में,
हम नहीं हैं आदमी, हम झुनझुने हैं ।